अलंकपुरासी पांडुरंग गेले | समाधिस्त केले ज्ञानदेवा | Alanka Purasi Pandurang Gele | Samadhist Kele Dnyandeva
अलंकपुरासी पांडुरंग गेले | समाधिस्त केले ज्ञानदेवा ॥1॥
उरकोनी सोहाळा सखे संत मेंळा | विठोबा राहिला आळंदीस ॥2॥
पाहे चक्रपाणी नामा डोळा पाणी | कंठ हा दाटोनी उभा राहे ॥3॥
पुसे लक्ष्मीकान्त का रे तू निवांत | नामा शोकाक्रांत कोण दुखी ॥4॥
Alanka Purasi Pandurang Gele | Samadhist Kele Dnyandeva ॥1॥ Urakoni Sohala Sakhe Sant Mela | Vithoba Rahila Aalandis ॥2॥ Pahe Chakrpani Nama Dola Pani | Kanth Ha Datoni Ubha Ase ॥3॥ Puse Rukhmini Kant Ka Re Tu Nivant | Nama Shokakant Kon Dukhhi ॥4॥
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