माझ्या वडिलांचे दैवत । कृपाळू हा पंढरीनाथ | Mazya vadilanche Daivat | Krupalu ha pandhari nath
माझ्या वडिलांचे दैवत । कृपाळू हा पंढरीनाथ ॥१॥
पंढरीसी जाऊं चला । भेंटू रखुमाई विठ्ठला ॥२॥
पुंडलिके बरवे केले । कैसे भक्तिने गोंविले ॥३॥
एकाजनार्दनी नीट । पायी जडलीसे वीट ॥४॥
Mazya vadilanche Daivat | Krupalu ha pandhari nath || Pandharisi jau chala | Bhetu Rakhumai Vithhalaa|| Pundalike Barave Kele | Kaise Bhaktine Govile|| Ekajanardani Nit | Payi Jadalise Vit ||
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