यातीकुळ गेले माझे हरपोनी । श्रीरंगावाचुनी असु नेने | Yatikul Gele Maze Haraponi | Shriranga Vachuni asu Nene
यातीकुळ गेले माझे हरपोनी । श्रीरंगावाचुनी असु नेने ॥१॥
किती हो शिकवाल मज वेळोवेळा । मी तया गोवळा रातलिये ॥2॥
आष्टभोग भोगणे माते नाही चाड । भक्तीप्रेम गोड लेइलगे माये ॥3॥
बापरखुमा देवीवरू जीवींचा जिव्हाळा । काही केलिया वेगळा नव्हेगे माय ॥4॥
Yatikul Gele Maze Haraponi | Shriranga Vachuni asu Nene ॥१॥ Kiti Ho Shikavaal Maj Velovela | Mi Taya Govalaa Raataliye ॥2॥ Aashbhog Bhogane Maate Naahi Chaad | Bhaktiprem God Leilage Maye ॥3॥ Baaparakhumaadevivaru Jivichaa Jivhaala | Kaahi Keliya Vegalaa Navhege Maay ॥4॥
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